Difference between AC and DC Current (AC और DC करंट के बीच अंतर)



Difference between AC and DC Current (AC और DC करंट के बीच अंतर

 
AC CURRENT 

1. AC के साथ विद्युत लेपन,Battery charging जैसी प्रक्रिया नहीं कर सकते हैं।

2. AC को दूर तक भेजना सुविधा जनक है क्योंकि इसमें ऊर्जा ह्रास कम होता  है।

3. इसका परिमाण और दिशा समय के साथ बदलता है।

4. आवृत्ति 50Hz होती है तथा इसमें परिवर्तन की छूट +3% है।

5. एक पूरे चक्र के लिए AC का औसत मान शून्य (0) होता है।

6. चुम्बकीय प्रभाव पर आधारित Ammeter तथा  Voltmeter से AC को नहीं मापा जा सकता है। क्योंकि इससे AC       का मान शून्य (0) ज्ञात होता है। 

7. AC को मापने के लिए तप्त तार (Red hot wire) Ammeter का प्रयोग होता है जो उसके RMS मान को दर्शाता      है। 

8. AC को Battery में संचयित नहीं कर सकते हैं।

9. AC के साथ Transformer का उपयोग होता है।

10. AC को DC में बदलने के लिए Rectifier (दिष्टकारी) या ऋजुकारी का प्रयोग किया जाता है।


DC CURRENT

1. DC की सहायता से विद्युत लेपन, Battery charging की जा सकती है।

2. DC को दूर तक भेजना सुविधाजनक नहीं है क्योंकि इसे ऊर्जा ह्रास अधिक होता है।

3. इसका परिमाण और दिशा समय के साथ नहीं बदलता है।

4.  DC की आवृत्ति 0 Hz है। 

5. DC का औसत मान मूल मान के बराबर होता है।

6. चुम्बकीय प्रभाव पर आधारित Ammeter तथा  Voltmeter से DC मापा जा सकता है जो उसका वास्तविक मान         दर्शाता है।

7. Red hot wire तथा  Ammeter से D. C भी मापा जा सकता है जो उसका वास्तविक मान दर्शाता है।

8. DC को Battery में संचयित कर सकते हैं।

9. DC के साथ Transformer का प्रयोग नहीं होता है।

10. DC को AC में बदलने के लिए Inverter का प्रयोग किया जाता है

  

विद्युत धारा के प्रकार (Types of Electric Current) :
    ये दो प्रकार के होते हैं:

(I) दिष्ट धारा (Direct Current) DC 

   : ऐसी विद्युत धारा जिसमें धारा और दिशा का मान नियत रहे, दिष्ट धारा (DC) कहलाती है।
     ये धारा सेल, बैटरी, जनरेटर आदि से प्राप्त की जाती है।
 

उपयोग

(क) इलेक्ट्रोप्लेटिंग (ElectroPlating) में 

(ख) आर्क वेल्डिंग (Arc welding) में 

(ग) बैट्री चार्जिंग (Battery-charging) में

(घ) इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्रचालन में इत्यादि 

(ii) प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current) AC

: ऐसी विद्युत धारा जिसमें धारा और दिशा का मान एक नियत दर पर परिवर्तित होते रहते हैं; प्रत्यावर्ती धारा कहलाती है। (AC)

 ये धारा Alternator से प्राप्त की जाती है। (ए०सी० जनित्र)

उपयोग
(क) घरेलू उपयोग (Domestic Applications)

(ख) औद्योगिक क्षेत्र में (Industrial field)

(ग) प्रकाश उष्मा, ठण्डक, यांत्रिक ऊर्जा प्रदान करने वाले उपकरणों को प्रचालित करने में।