concept of atom, free electron and charge

परमाणु (Atom):

1.  किसी पदार्थ का वह छोटा से छोटा कण जो रासायनिक क्रियाओं में भाग ले सके अथवा रासायनिक क्रियाओं         के  द्वारा पृथक् किया जा सके उसे परमाणु कहते हैं।

2  .यह प्रकृति में स्वतंत्र रूप से विद्यमान नहीं रहता है।

3.  यह मुख्यतः प्रोटॉन, न्यूट्रॉन तथा इलेक्ट्रॉन से बना होता है।

4.  प्रोटॉन, न्यूट्रॉन तथा इलेक्ट्रॉन ये प्रकृति के मूल कण माने जाते है

5.  प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन, परमाणु के नाभिक में  विद्यमान रहते हैं जो परमाणु का केन्द्रिय सघन भाग है।

6.  प्रोटॉन पर +1.6 ×10-19 कूलॉम का आवेश होता है। न्यूट्रॉन आवेशहीन होता है। इलेक्ट्रॉन पर -1.6 ×10-19        कूलॉम का आवेश होता है। 


   मुक्त इलेक्ट्रॉन्स (Free Electrons) :

1. अधिकांश धातुओं की अंतिम कक्षा में केवल एक या दो इलेक्ट्रॉन्स होते हैं जिन्हें मुक्त इलेक्ट्रांस कहा जाता है।

2. नाभिक से दूर होने के कारण ये लगभग मुक्त अवस्था में होता है।

3. इसलिए मुक्त इलेक्ट्रॉन्स कहते है: मुक्त इलेक्ट्रॉन्स के कारण ही आवेश चालक के एक सिरे से दूसरे सिरे तक        पहुंचता है।

4. ठोस धातु के तार में वैधुत धारा का प्रवाह मुक्त इलेक्ट्रॉन्स के कारण होता है जबकि वैधुत अपघट्य में धारा        का प्रवाह आयन के कारण होता है।


आवेश (Charge) :

1. यह किसी पदार्थ का वह गुण जिसके कारण कोई वस्तु वैधुत  आकर्षण या विकर्षण का अनुभव करती है।

2. आवेश का S.I. मात्रक कूलॉम (Coulomb) होता है। C.G.S. मात्रक state coulomb होता है। इसे C से प्रदर्शित       करते हैं। 

3. आवेश का मात्रक Ampere Second भी होता है। आवेश के लिए धन और ऋण शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम                बेंजामिन फ्रैंकलिन ने किया था।

4. वस्तुओं को आवेशित करने की प्रक्रिया सर्वप्रथम "थेल्स" ने बताई थी। 
5. थेल्स के अनुसार जब काँच के टुकड़े को रेशम के कपड़े से रगड़ा जाता है तो काँच का टुकड़ा इलेक्ट्रॉन त्याग        करने के कारण धनावेशित हो जाता है तथा रेशम का कपड़ा इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने के कारण ॠणावेशित हो         जाता है।


                                        इनके अनुसार,      

                                                                Q = ne

                                              जहाँ           Q = उत्पन्न आवेश   

                                                                n = त्याग या ग्रहण किये गए इलेक्ट्रॉनों की संख्या

                                                                 e= इलेक्ट्रॉन का आवेश