मैक्सवेल का दक्षिण हस्त नियम
यदि धारावाही तार को दाएँ हाथ की मुट्ठी में इस प्रकार पकड़े कि अंगूठा धारा दिशा की ओर संकेत करता हो, तो अन्य अंगुलियाँ चुम्बकीय क्षेत्र की बल रेखाओं की दिशा व्यक्त करती है। इसे अंगूठे का नियम भी कहते हैं।
मैक्सवेल व कार्क-पेंच नियम (Maxwell's and Cork Screw Rule) :
विद्युत धारा तथा चुम्बकीय क्षेत्र एक-दूसरे से संबंधित होते हैं। पेंच के आगे बढ़ने की दिशा धारा को प्रकट करती है तथा पेंच घुमाने की दिशा चुम्बकीय क्षेत्र का बल रेखाओं की दिशा होगी। एक मैक्सेवल = 108 वेबर
फ्लेमिंग का वाम हस्त नियम (Flemming's Left Hand Rule)
चुम्बकीय क्षेत्र में चालक पर लगने वाले बल की दिशा बायें हाथ के नियम से दिया जाता है। इस नियम के अनुसार "यदि बायें हाथ का अंगूठा, तर्जनी, मध्यमा को एक-दूसरे के लंबवत् फैलाया जाय तो अंगूठा लगने वाले बल को दिखायेगा मध्यमा विद्युत धारा को दिखायेगा तथा तर्जनी चुम्बकीय क्षेत्र को दिखाता है।" फ्लेमिंग के वाम हस्त नियम पर मोटर (motor) आधारित है।
फ्लेमिंग का दायाँ हस्त नियम (Flemming's Right Hand Rule)
फ्लेमिंग के दायाँ हस्त नियम पर जनित्र (generator) आधारित है। इस नियम के अनुसार हम किसी चुम्बकीय क्षेत्र में गतिमान चालक में पैदा होने वाले वि.वा. बल की दिशा ज्ञात करते हैं। "यदि दाएँ हाथ की प्रथम दो ऊँगलियों तथा अँगूठे को परस्पर समकोण बनाते हुए इस प्रकार फैलाया जाए कि अँगूठा चालक की गति दिशा एवं पहली ऊँगली चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा को इंगित करे तो दूसरी (बीच की) ऊँगली उस चालक में प्रेरित वि.वा. बल की दिशा को इंगित करेगी। "
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